0 (शून्य) से 9 तक में ही सबकुछ समाया हुआ है। 0 (shoony) se 9 tak mein hee sabakuchh samaaya hua hai

0 (शून्य) से 9 तक में ही सबकुछ समाया हुआ है। 0 (shoony) se 9 tak mein hee sabakuchh samaaya hua hai

0 (शून्य) से 9 तक में ही सबकुछ समाया हुआ है। 0 (shoony) se 9 tak mein hee sabakuchh samaaya hua hai.आज हम(0) शून्य से 9 अंक तक को समझने का प्रयास करेंगे । शून्य जो कि कुछ भी नहीं है और सबकुछ भी है । इस संसार में जो भी शुरू होता है, वह शून्य से ही शुरू होता है ।
अद्वैत परमेश्वर ही शून्य में में समाया है, जिससे सब शुरू होता है जिसमें सब समाप्त हो जाता है ।


0 शून्य समस्त ब्रह्मांड का प्रतिधिनित्व करता है, (0 shoony samast brahmaand ka pratidhinitv karata hai,)


मनुष्य के जीवन का दुष्चक्र 0 शून्य से आरम्भ होकर अंक 9 पर समाप्त हो जाता है । मनुष्य इसी चक्र में जीवन भर घूमता रहता है ।
अंक 9 के बाद दोबारा से वही चक्र फिर शुरू हो जाता है ।
इसका मतलब यह है कि अंक 9 परमेश्वर भरपूरी व सम्पूर्णता सामर्थ को दर्शाता है, क्योंकि वह शून्य में भी है, और 9 में भी है ।
हम एक संख्या लेते हैं: उदाहरण
91= 9+1=10=1+0=1
92=9+2=11=1+1=2

0 (शून्य) से 9 तक में ही सबकुछ समाया हुआ है ।
0 (शून्य) से 9 तक में ही सबकुछ समाया हुआ है ।


0 (शून्य) आज भी एक रहस्य है: कुछ भी नहीं है और सब कुछ है। (0 (shoony) aaj bhee ek rahasy hai: kuchh bhee nahin hai aur sab kuchh hai.)


0 (शून्य) की शक्ति को पहचाने जिसमें सृष्टिकर्ता की सामर्थ्य विद्वान है ।
0 (शून्य) अगर 1 (एक) अंक के आगे लगा दिया जाये तो उसकी ताकत 10 गुना बढ़ जाती है, जितने शून्य लगाते जायेंगे हर बार 10 गुना ताकत बढ़ती जाती है ।
10
100
1000 अनगिनत ताकत 10000000000

0 (shoony) se 9 tak mein hee sabakuchh samaaya hua hai
0 (shoony) se 9 tak mein hee sabakuchh samaaya hua hai


अगर 0 (शून्य) से गुणा कर दिया तो सब कुछ 0 (शून्य) हो जाएगा। (agar 0 (shoony) se guna kar diya to sab kuchh 0 (shoony) ho jaega.)


10000000000×0= 0 आप जीवन में किसी भी ऊँचाई पर पहुँच जाये 0 (शून्य) से अर्थात शून्य जो खुद परमेश्वर है, उससे गुणा हो गई तो आप 0 शून्य हो जायँगे ।
इसलिए अपने अहम को छोड़ कर खुद को 0 (शून्य) करें,
क्योंकि मनुष्य जब खुद को 0 शून्य कर देता है, तो मनुष्य के द्वारा किये गए कार्यों का प्रतिफल अंक 1 से 9 के बीच उसकी योग्यता के अनुसार उसे प्राप्त होता है । उसके बाद परमेश्वर उसके बाद 0 शून्य लगाते जाते हैं ।

बाइबल की कुछ आयतें (Some Bible verses)

  • पृथ्वी शून्य और सत्यानाश हो जाएगी; क्योंकि यहोवा ही ने यह कहा है॥ यशायाह 24:3
  • सारी जातियां उसके साम्हने कुछ नहीं हैं, वे उसकी दृष्टि में लेश और शून्य से भी घट ठहरीं हैं॥ यशायाह 40:17
  • जो बड़े बड़े हाकिमों को तुच्छ कर देता है, और पृथ्वी के अधिकारियों को शून्य के समान कर देता है॥ यशायाह 40:23
  • यहोवा यों कहता है, चाहे वे सब प्रकार के सामर्थी हों, और बहुत भी हों, तौभी पूरी रीति से काटे जाएंगे और शून्य हो जाएंगे। मैं ने तुझे दु:ख दिया है, परन्तु फिर न दूंगा। नहूम 1:12
  • वरन अपने आप को ऐसा शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप धारण किया, और मनुष्य की समानता में हो गया। फिलिप्पियों 2:7

https://www.yeshuafoundation.in/kabala-kabaala-ya-kabalaah

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